“दिल्ली सरकार ने खेती समृद्धि योजना शुरू की है, जिसका लक्ष्य दिल्ली के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना में मुफ्त सोलर पंप, उन्नत बीज, और डिजिटल प्रशिक्षण शामिल हैं। 2025 तक 10,000 किसानों को लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आय दोगुनी होगी। पर्यावरण संरक्षण और जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा।”
दिल्ली के किसानों को नई ताकत: खेती समृद्धि योजना की पूरी जानकारी
दिल्ली सरकार ने हाल ही में खेती समृद्धि योजना की शुरुआत की है, जिसे राजधानी के किसानों के लिए एक गेम-चेंजर माना जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आधुनिक तकनीकों और वित्तीय सहायता के जरिए सशक्त बनाना है। दिल्ली, जो शहरीकरण के लिए जाना जाता है, अब अपने ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठा रहा है।
योजना के प्रमुख घटक
खेती समृद्धि योजना के तहत दिल्ली सरकार ने कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। पहला, मुफ्त सोलर पंप की सुविधा, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए बिजली बिल से राहत मिलेगी। यह न केवल लागत कम करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा। दूसरा, उन्नत बीज मिनीकिट वितरण, जो फसल उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करेगा। तीसरा, डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम, जिसमें किसानों को आधुनिक खेती की तकनीकों, जैसे ड्रिप सिंचाई और जैविक खेती, के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर
दिल्ली के विकास मंत्री कपिल मिश्रा ने एक समीक्षा बैठक में बताया कि इस योजना के तहत 2025 तक 10,000 किसानों को लाभ पहुँचाने का लक्ष्य है। इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड और सहकारी बैंकों के माध्यम से सस्ते ऋण उपलब्ध कराए जाएँगे। साथ ही, फसल नुकसान की स्थिति में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत त्वरित मुआवजा सुनिश्चित किया जाएगा। दिल्ली सरकार का दावा है कि यह योजना किसानों की आय को दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
पर्यावरण और जैविक खेती को प्रोत्साहन
योजना में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए, गाय के गोबर और बायोमास मल्चिंग जैसे तरीकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह न केवल मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाएगा, बल्कि रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता को भी कम करेगा। इसके अलावा, दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्रों में मिलेट्स (श्री अन्न) की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त बीज वितरण और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
किसानों के लिए डिजिटल क्रांति
खेती समृद्धि योजना में डिजिटल तकनीक का उपयोग भी एक प्रमुख हिस्सा है। कृषि रक्षक पोर्टल और SARTHI जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म किसानों को मौसम, बाजार मूल्य, और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने हाल ही में कहा कि डिजिटल तकनीक किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण है। दिल्ली सरकार ने इसके लिए विशेष प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है, जहाँ किसानों को स्मार्टफोन के जरिए खेती की जानकारी दी जाएगी।
चुनौतियाँ और समाधान
हालांकि योजना की घोषणा को किसानों ने सराहा है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने हैं। दिल्ली के कई किसान अभी भी सरकारी योजनाओं तक पहुँचने में कठिनाइयों का सामना करते हैं। इसके लिए सरकार ने कृषि विज्ञान केंद्रों के साथ साझेदारी की है, जो किसानों को योजनाओं के लाभ लेने में मदद करेंगे। साथ ही, शंभू बॉर्डर पर हाल के किसान आंदोलनों को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने किसानों के साथ संवाद बढ़ाने का वादा किया है।
भविष्य की दिशा
खेती समृद्धि योजना दिल्ली के किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और आधुनिक खेती के तरीकों को भी बढ़ावा देगी। सरकार का लक्ष्य 2025 तक दिल्ली को जैविक खेती और मिलेट्स उत्पादन का हब बनाना है, जिससे न केवल स्थानीय किसान बल्कि देश भर के किसान प्रेरित हों।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों, सरकारी विज्ञप्तियों, और हाल के डेटा पर आधारित है। जानकारी को सटीक और विश्वसनीय बनाने के लिए विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग किया गया है।