दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांति लाने के लिए मुफ्त हेल्थ चेकअप स्कीम शुरू की है। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के जरिए बिना आयुष्मान कार्ड वालों को भी मुफ्त दवाइयां, 14 प्रकार की जांच और योग सत्र मिलेंगे। 33 केंद्रों और 17 जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन हुआ, जो दिल्लीवासियों की सेहत को प्राथमिकता दे रहे हैं।
दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में नया दौर: मुफ्त चेकअप और दवाइयां
दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM) और जन औषधि केंद्रों की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तीस हजारी में पहले AAM का उद्घाटन किया, जिसके साथ ही 33 अन्य केंद्र और 17 जन औषधि केंद्र भी शुरू किए गए। इन केंद्रों का मकसद दिल्ली के हर नागरिक को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में 106 आवश्यक दवाइयां मुफ्त उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, 14 प्रकार की बुनियादी जांच जैसे हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, मलेरिया, डेंगू और टाइफाइड टेस्ट मुफ्त किए जाएंगे। साथ ही, 79 अन्य एडवांस डायग्नोस्टिक टेस्ट जैसे लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT), किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT), लिपिड प्रोफाइल, थैलेसीमिया और थायरॉयड जांच भी मुफ्त में उपलब्ध होंगे।
दिल्ली सरकार ने पहले से मौजूद मोहल्ला क्लीनिकों, पॉलीक्लिनिकों और डिस्पेंसरियों को नया रूप दिया है। इन केंद्रों में रंगीन दीवारें, आधुनिक फर्नीचर, साफ-सुथरे शौचालय और मॉडर्न लैब की सुविधाएं जोड़ी गई हैं। हर सोमवार और गुरुवार को योग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे नागरिकों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह स्कीम दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि सरकार मिशन मोड में काम कर रही है ताकि बंद पड़े अस्पतालों को फिर से शुरू किया जाए और मेडिकल स्टाफ की भर्ती तेज की जाए। हाल ही में 1500 नर्सों की स्थायी नियुक्ति की गई, जो पिछले 15 साल से रुकी हुई थी।
आयुष्मान भारत योजना के तहत दिल्ली में अब 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध है, जिसमें केंद्र और दिल्ली सरकार 5-5 लाख रुपये का योगदान दे रही हैं। इसके अलावा, 70 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वय वंदना योजना शुरू की गई है, जो मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करती है।
दिल्ली सरकार ने 968 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए जगह चिन्हित की है, और 150 मोहल्ला क्लीनिक, जो किराए पर चल रहे थे, बंद किए गए हैं। सरकार का जोर सरकारी अस्पतालों में भीड़ कम करने और ऑनलाइन सुविधाओं को बढ़ाने पर है, हालांकि ये योजनाएं अभी पूरी तरह लागू नहीं हुई हैं।
स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि अगले छह महीनों में स्वास्थ्य ढांचे में धीरे-धीरे सुधार होगा। पहले चरण में बुनियादी सुधारों पर ध्यान दिया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में बड़े प्रोजेक्ट शुरू होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रमुख सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं।
यह स्कीम न केवल दिल्लीवासियों के लिए, बल्कि पड़ोसी राज्यों से आने वाले मरीजों के लिए भी फायदेमंद होगी, जो दिल्ली के अस्पतालों में 33% मरीजों का हिस्सा हैं। सरकार का लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं को विश्वस्तरीय बनाना है, जिसमें आधुनिक उपकरण जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड की उपलब्धता बढ़ाना शामिल है।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों, सोशल मीडिया पोस्ट और सरकारी घोषणाओं पर आधारित है। जानकारी की सटीकता के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइट्स और आधिकारिक बयानों की जांच करें।