“दिल्ली सरकार ने लाड़ली योजना में नए बदलावों की घोषणा की है, जिससे छात्राओं को शिक्षा में आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन मिलेगा। योजना के तहत 11,000 रुपये जन्म पर, और कक्षा 1, 6, 9, 10 और 12 में 5,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। इसका लक्ष्य लिंग भेदभाव को खत्म करना और शिक्षा को बढ़ावा देना है।”
दिल्ली लाड़ली योजना 2025: छात्राओं के लिए नई उम्मीद
दिल्ली सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी लाड़ली योजना में 2025 के लिए नए बदलाव और विस्तार की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य छात्राओं की शिक्षा को बढ़ावा देना और सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। यह योजना, जो 1 जनवरी 2008 को शुरू की गई थी, बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने, लिंग भेदभाव को खत्म करने और शिक्षा के अवसर बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
योजना के प्रमुख बिंदु
लाड़ली योजना के तहत, दिल्ली में जन्मी बच्चियों को उनके जीवन के विभिन्न चरणों में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। नवजात बेटी के जन्म पर, यदि वह सरकारी अस्पताल या प्रसूति गृह में पैदा होती है, तो उसके बैंक खाते में 11,000 रुपये जमा किए जाते हैं। यदि जन्म घर पर हुआ है, तो यह राशि 10,000 रुपये है। इसके बाद, कक्षा 1, 6, 9, 10 और 12 में प्रवेश पर 5,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाती है। यह राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) लाइफ इंश्योरेंस द्वारा प्रबंधित की जाती है और 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर, 10वीं पास करने या 12वीं में प्रवेश के बाद ब्याज सहित निकाली जा सकती है।
2025 में नए बदलाव
दिल्ली सरकार ने 2025 में योजना को और प्रभावी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। दिसंबर 2024 तक, लगभग 449.9 करोड़ रुपये का लाभ उन लाभार्थियों को मिलना बाकी था, जो अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर चुके हैं और 18 वर्ष के हो चुके हैं। प्रशासनिक कठिनाइयों और जानकारी की कमी जैसे मुद्दों को हल करने के लिए, सरकार अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और शैक्षणिक संस्थानों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रही है। इसके अलावा, आवेदन प्रक्रिया को और सरल करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल को अपग्रेड किया गया है, जिससे अभिभावक आसानी से पंजीकरण करा सकें।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
लाड़ली योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें हैं:
बच्ची का जन्म दिल्ली में होना चाहिए और उसका जन्म प्रमाण पत्र MCD/NDMC से जारी होना चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
बच्ची को दिल्ली सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ना चाहिए।
नवजात बच्ची के लिए जन्म के एक वर्ष के भीतर और免
System: पात्रता और आवेदन प्रक्रिया (जारी)
आवेदन करना होगा। अगर बच्ची ने स्कूल शुरू कर दिया है, तो प्रवेश के 90 दिनों के भीतर आवेदन करना आवश्यक है।
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध है। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, और स्कूल प्रवेश प्रमाण शामिल हैं। आवेदन दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की वेबसाइट या नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जमा किए जा सकते हैं।
शिक्षा और सामाजिक प्रभाव
लाड़ली योजना ने दिल्ली में गर्ल चाइल्ड की शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को भी प्रोत्साहित करती है। स्कूल छोड़ने की दर को कम करने और उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन देने में यह योजना प्रभावी साबित हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह लिंग अनुपात में सुधार और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में भी सहायक है।
चुनौतियां और समाधान
योजना के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे कि लाभार्थियों तक राशि समय पर पहुंचाने में देरी और जागरूकता की कमी। दिल्ली सरकार ने इन समस्याओं को हल करने के लिए डिजिटल जागरूकता अभियान शुरू किए हैं और स्कूलों के साथ सहयोग बढ़ाया है। इसके अलावा, SBI लाइफ इंश्योरेंस के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया गया है ताकि फंड का प्रबंधन और वितरण सुचारू हो।
भविष्य की संभावनाएं
2025 में लाड़ली योजना के विस्तार के साथ, दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करें और आत्मनिर्भर बनें। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि सामाजिक स्तर पर लैंगिक समानता को बढ़ावा देती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर योजना का कार्यान्वयन और प्रभावी होता रहा, तो यह दिल्ली की बेटियों के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगी।
Disclaimer: यह लेख दिल्ली सरकार की लाड़ली योजना पर आधारित है और इसमें दी गई जानकारी सरकारी वेबसाइट्स, न्यूज़ रिपोर्ट्स, और विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है। राशि और पात्रता मानदंड में बदलाव संभव है; नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।