“दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से जंग तेज कर दी है। नेहरू पार्क में 150 एयर प्यूरिफायर के साथ पहला क्लीन एयर जोन बनाया जा रहा है। पुराने वाहनों पर बैन और अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल शुरू। क्या यह योजना दिल्ली की जहरीली हवा को बदलेगी? जानें 2025 की ताजा रणनीति।”
दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ निर्णायक कदम
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 2025 में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने नेहरू पार्क में पहले क्लीन एयर जोन की स्थापना का निरीक्षण किया। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत 85 एकड़ के नेहरू पार्क में 150 अत्याधुनिक एयर प्यूरिफायर लगाए जाएंगे, जो हवा से हानिकारक PM 2.5 कणों को हქ
पुराने वाहनों पर सख्ती और राहत का फैसला
दिल्ली सरकार ने पहले 1 जुलाई 2025 से 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर ईंधन सप्लाई पर रोक लगाने की योजना बनाई थी। हालांकि, तकनीकी दिक्कतों और एनसीआर में समन्वय की कमी के कारण इस फैसले को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। पर्यावरण मंत्री सिरसा ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) से अनुरोध किया है कि इसे तब तक रोका जाए जब तक एनसीआर में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) सिस्टम पूरी तरह लागू नहीं हो जाता। सरकार अब प्रदूषण स्तर के आधार पर वाहनों को नियंत्रित करने की योजना बना रही है।
क्लीन एयर जोन: नेहरू पार्क में नई शुरुआत
नेहरू पार्क को दिल्ली का पहला क्लीन एयर जोन बनाने की योजना है। पर्यावरण मंत्री सिरसा ने बताया कि 9 फीट ऊंची एयर प्यूरिफायर मशीनें लगाई जाएंगी, जो PM 2.5 कणों को हटाने में सक्षम हैं। यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहा, तो इसे कनॉट प्लेस, खान मार्केट और अन्य क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। यह दिल्ली सरकार के Air Pollution Mitigation Plan-2025 का हिस्सा है, जिसमें 25 रणनीतियां शामिल हैं।
अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग
दिल्ली सरकार ने सड़कों की धूल और गंदगी से निपटने के लिए 70 हाईटेक सुपर सकर मशीनें, 140 एंटी-स्मॉग गन और 1000 वॉटर स्प्रिंकलर तैनात करने का फैसला किया है। ये मशीनें न केवल सड़कों की सफाई करेंगी, बल्कि प्रदूषण मुक्त भी रहेंगी। इसके अलावा, 200 नई इलेक्ट्रिक बसें 5 जून से सड़कों पर उतारी गई हैं, ताकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा मिले और वाहनों से होने वाला प्रदूषण कम हो।
कृत्रिम बारिश की योजना
दिल्ली सरकार जुलाई 2025 में पहली बार कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में मील का पत्थर बताया। यह प्रक्रिया 4 से 11 जुलाई के बीच होगी, लेकिन मौसम की स्थिति इसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सिरसा ने कहा कि यह प्रयोग दिल्ली की हवा को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति
2023-24 के इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, दिल्ली में 80 लाख वाहनों से 47% PM 2.5 प्रदूषण होता है। नवंबर 2024 में AQI 500 से ऊपर पहुंच गया, जो 2013 के 287 AQI की तुलना में काफी अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि वाहनों की नियमित जांच, स्वच्छ ईंधन, और पराली जलाने पर सख्त नीति से प्रदूषण में कमी आ सकती है।
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