2025 में दिल्लीवासियों के लिए सस्ते आवास का सपना अब हकीकत बन सकता है। केंद्र सरकार ने PMAY-शहरी 2.0 के तहत 2.35 लाख नए घरों को मंजूरी दी है, जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्ग को प्राथमिकता मिलेगी। ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी और होम लोन पर ब्याज छूट से दिल्ली में आवास संकट का समाधान होगा।
दिल्ली में PMAY 2.0: सस्ते आवास की नई किरण
2025 में दिल्ली में सस्ते आवास की तलाश कर रहे लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)-शहरी 2.0 एक नई उम्मीद लेकर आया है। केंद्र सरकार ने हाल ही में इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 2.35 लाख नए घरों के निर्माण को मंजूरी दी है, जिसमें दिल्ली जैसे महानगरों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), निम्न आय वर्ग (LIG), और मध्यम आय वर्ग (MIG) के परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
PMAY-शहरी 2.0, जो जून 2015 में शुरू हुई थी, अब अपने दूसरे चरण में और समावेशी और टिकाऊ दृष्टिकोण के साथ सामने आई है। इस योजना का लक्ष्य 2022 तक सभी पात्र शहरी परिवारों को पक्के घर उपलब्ध कराना था, जिसे अब 2025 तक बढ़ा दिया गया है। दिल्ली में बढ़ती शहरी आबादी और आवास की कमी को देखते हुए, यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। हाल के अनुमानों के अनुसार, 2050 तक भारत की शहरी आबादी 81.4 करोड़ तक पहुंच सकती है, जिससे सस्ते आवास की मांग और बढ़ेगी।
वित्तीय सहायता और ब्याज सब्सिडी
PMAY-शहरी 2.0 के तहत, दिल्ली में पात्र लाभार्थियों को ₹2.5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, होम लोन पर 3% से 6.5% तक की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी, जो अधिकतम 20 वर्षों के लोन पर लागू होगी। यह सब्सिडी क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (CLSS) के तहत उपलब्ध है, जिसका लाभ EWS, LIG, और MIG श्रेणियों के लोग उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, ₹6 लाख के होम लोन पर EWS श्रेणी के लाभार्थी को 6.5% ब्याज सब्सिडी मिल सकती है, जिससे लोन की राशि काफी कम हो जाएगी।
महिलाओं, अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), और दिव्यांग व्यक्तियों को इस योजना में विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही, घर के मालिक या सह-आवेदक के रूप में महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जो सामाजिक समावेश को बढ़ावा देता है।
दिल्ली में आवास संकट और PMAY की भूमिका
दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी और अनौपचारिक बस्तियों में रहने वाले लाखों लोग सस्ते और टिकाऊ आवास की तलाश में हैं। PMAY-शहरी 2.0 के तहत इन क्षेत्रों का पुनर्विकास और EWS श्रेणी के लिए किफायती आवास परियोजनाओं (AHP) पर जोर दिया गया है। योजना के तहत, निजी डेवलपर्स की भागीदारी के साथ स्लम क्षेत्रों में ₹1 लाख प्रति घर की केंद्रीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, दिल्ली सरकार द्वारा स्टांप शुल्क में छूट और सस्ती दरों पर जमीन उपलब्ध कराने जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।
हालांकि, चुनौतियां भी कम नहीं हैं। हाल ही में एक खबर में दावा किया गया कि दिल्ली में PMAY के तहत बने कुछ मकानों को माफिया खुले बाजार में बेच रहे हैं। सरकार ने इस पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, ताकि यह सुनिश्चित हो कि लाभ केवल पात्र लोगों तक पहुंचे।
आवेदन प्रक्रिया: आसान और सुलभ
PMAY-शहरी 2.0 के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल रखा गया है। दिल्लीवासी आधिकारिक वेबसाइट pmayurban.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) और सूचीबद्ध बैंकों में ऑफलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध है। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, और निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं। आवेदन के बाद, सत्यापन प्रक्रिया के तहत लाभार्थी की पात्रता की जांच की जाती है।
आवेदन की स्थिति को ट्रैक करने के लिए लाभार्थी अपने आधार नंबर, आवेदन नंबर, या मोबाइल नंबर का उपयोग कर सकते हैं। वेबसाइट पर “Beneficiary Details for Verification” विकल्प के तहत सूची देखी जा सकती है।
दिल्ली के लिए विशेष योजनाएं
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में PMAY-शहरी 2.0 के तहत कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इनमें स्लम पुनर्विकास, किफायती आवास परियोजनाएं, और व्यक्तिगत घर निर्माण शामिल हैं। दिल्ली सरकार ने स्थानीय निकायों के साथ मिलकर इन परियोजनाओं को तेज करने का वादा किया है। साथ ही, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ निर्माण तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि मकान न केवल किफायती हों, बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ भी रहें।
भविष्य की संभावनाएं
PMAY-शहरी 2.0 के तहत दिल्ली में सस्ते आवास की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना न केवल आवास संकट को कम करेगी, बल्कि शहरी विकास और सामाजिक समावेश को भी बढ़ावा देगी। हालांकि, पारदर्शिता और सख्त निगरानी के बिना, इस तरह की योजनाएं अपने लक्ष्य से भटक सकती हैं। दिल्लीवासियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जिसका लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन और सही जानकारी जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों, सरकारी वेबसाइटों, और हाल के समाचारों पर आधारित है। जानकारी को सत्यापित करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट pmayurban.gov.in पर जाएं। यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है और किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।