स्वच्छ दिल्ली, स्वस्थ दिल्ली: 2025 में नई सैनिटेशन स्कीम की बड़ी घोषणा!

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“दिल्ली सरकार ने 2025 में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए नई सैनिटेशन स्कीम की घोषणा की है। इस योजना का लक्ष्य यमुना की सफाई, कचरा प्रबंधन और खुले में शौच को पूरी तरह खत्म करना है। 9600 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स के साथ, यह स्कीम दिल्ली को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।”

दिल्ली को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की नई पहल

दिल्ली सरकार ने 2 अक्टूबर 2024 को स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में “स्वच्छ दिल्ली, स्वस्थ दिल्ली” अभियान के तहत नई सैनिटेशन स्कीम की शुरुआत की। इस स्कीम का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ भारत दिवस 2024 कार्यक्रम में किया। इस योजना के तहत 9600 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स शुरू किए जाएंगे, जिनमें AMRUT, AMRUT 2.0, नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा और GOBARdhan स्कीम शामिल हैं।

इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य दिल्ली को खुले में शौच मुक्त (ODF) बनाना, यमुना नदी की सफाई को प्राथमिकता देना और ठोस व तरल कचरा प्रबंधन को मजबूत करना है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के बाद, प्रधानमंत्री ने यमुना को दिल्ली की पहचान बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, “यमुना की सफाई एक कठिन और लंबी प्रक्रिया है, लेकिन हमारा संकल्प मजबूत है।”

नई स्कीम के तहत दिल्ली के हर वार्ड में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण, कचरा निस्तारण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग और स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। दिल्ली के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 6.5 लाख स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों का कायाकल्प किया गया है, और 30 लाख सफाई मित्रों को सुरक्षा शिविरों से लाभ मिला है।

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इसके अलावा, स्कीम में स्थानीय निकायों, महिला समूहों और युवा संगठनों की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” के तहत 17 करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिससे दिल्ली में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है।

यमुना की सफाई के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के तहत दिल्ली में यमुना के किनारों पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की स्थापना और नदी के प्रदूषण को कम करने के लिए नए प्रोजेक्ट्स शुरू किए जाएंगे। साथ ही, GOBARdhan स्कीम के तहत जैविक कचरे से ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।

दिल्ली के नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस जन आंदोलन का हिस्सा बनें। स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि युवा पीढ़ी स्वच्छता को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाए।

Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों, सरकारी घोषणाओं और स्वच्छ भारत मिशन की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। यह केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसमें दी गई जानकारी को सत्यापित करने की सलाह दी जाती है।

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