“दिल्ली सरकार ने महिलाओं के लिए नया स्टार्टअप फंड लॉन्च किया, जो उद्यमिता को बढ़ावा देगा। यह योजना वित्तीय सहायता, मेंटरशिप और संसाधन प्रदान करती है, ताकि महिला उद्यमी अपने बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें। स्टार्टअप इंडिया और अन्य योजनाओं के साथ मिलकर यह पहल दिल्ली में महिलाओं को सशक्त बनाएगी।”
दिल्ली में महिला उद्यमिता को नई दिशा: स्टार्टअप फंड की शुरुआत
दिल्ली सरकार ने हाल ही में महिलाओं के लिए एक नया स्टार्टअप फंड लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है। यह पहल विशेष रूप से उन महिलाओं को लक्षित करती है जो अपने बिजनेस आइडिया को हकीकत में बदलना चाहती हैं, लेकिन वित्तीय और संसाधन संबंधी चुनौतियों का सामना कर रही हैं। इस फंड के तहत, पात्र महिला उद्यमियों को 10 लाख से 2 करोड़ रुपये तक का लोन बिना कॉलेटरल के उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे अपने स्टार्टअप को शुरू या विस्तार कर सकें।
इस योजना का एक प्रमुख हिस्सा स्टार्टअप इंडिया के साथ साझेदारी है, जो पहले से ही देश भर में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। स्टार्टअप इंडिया ने नवंबर 2022 से नवंबर 2023 तक ‘स्टार्टअप के लिए महिलाएं: राज्य कार्यशालाएं’ आयोजित की थीं, जिनमें दिल्ली की कई महिलाओं ने हिस्सा लिया। इन कार्यशालाओं ने पिचिंग, फंडरेजिंग और बिजनेस स्केलिंग जैसे विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया। दिल्ली सरकार अब इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए स्थानीय स्तर पर फंडिंग और मेंटरशिप को बढ़ावा दे रही है।
इस फंड के तहत, दिल्ली में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को न केवल वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें इनक्यूबेटर और एक्सीलरेटर प्रोग्राम्स के माध्यम से मेंटरशिप भी प्रदान की जाएगी। उदाहरण के लिए, दिल्ली के एक छोटे बेकरी बिजनेस की मालिक सीमा ने स्टार्टअप इंडिया की एक ऐसी ही स्कीम का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को 30% तक बढ़ाया। उन्होंने फंड का उपयोग नए उपकरण खरीदने और स्टाफ बढ़ाने के लिए किया।
इसके अलावा, केंद्र सरकार की मुद्रा योजना और क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट जैसी पहलें भी दिल्ली की महिलाओं के लिए उपलब्ध हैं। मुद्रा योजना के तहत, महिलाएं 10 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी कॉलेटरल के प्राप्त कर सकती हैं। यह योजना विशेष रूप से लघु और सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, और दिल्ली में इसका व्यापक उपयोग देखा जा रहा है।
दिल्ली सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस फंड का 25% हिस्सा उन स्टार्टअप्स के लिए आरक्षित हो जो महिलाओं द्वारा संचालित हैं। इसके साथ ही, औद्योगिक संपदाओं में प्लॉट आवंटन में प्राथमिकता, मेलों और प्रदर्शनियों में भागीदारी के लिए सहायता, और उत्पाद विकास के लिए विशेष प्रशिक्षण जैसे अतिरिक्त लाभ भी प्रदान किए जा रहे हैं।
यह फंड उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देता है जो दिल्ली के आर्थिक परिदृश्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, एडु-टेक, और फिन-टेक। उदाहरण के लिए, दिल्ली की एक युवा उद्यमी, प्रिया शर्मा, ने इस फंड की मदद से एक एडु-टेक स्टार्टअप शुरू किया, जो ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा प्रदान करता है। उनकी कंपनी अब 50 से अधिक स्कूलों के साथ काम कर रही है।
इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया को भी सरल रखा गया है। इच्छुक महिलाएं स्टार्टअप इंडिया पोर्टल (https://www.startupindia.gov.in/) पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवश्यक दस्तावेजों में बिजनेस प्लान, आईडी प्रूफ, और आय प्रमाण शामिल हैं। आवेदन स्वीकृत होने पर फंड सीधे आवेदक के खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं।
दिल्ली में यह नया फंड न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल उन महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने सपनों को साकार करना चाहती हैं और दिल्ली के स्टार्टअप इकोसिस्टम में अपनी जगह बनाना चाहती हैं।
Disclaimer: यह लेख समाचार, सरकारी योजनाओं, और विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है। कृपया नवीनतम जानकारी और पात्रता मानदंडों के लिए आधिकारिक स्टार्टअप इंडिया पोर्टल या संबंधित सरकारी वेबसाइट देखें।