“उत्तर प्रदेश में ग्रामीण मजदूरों के लिए माइक्रोफाइनेंस लोन की नई योजनाएं शुरू हो रही हैं। ये लोन बिना गारंटी के छोटे व्यवसाय, खेती और आजीविका को बढ़ावा दे रहे हैं। 2023-24 में माइक्रोफाइनेंस सेक्टर का पोर्टफोलियो 24.5% बढ़ा। लेकिन, अधिक कर्ज और वित्तीय साक्षरता की कमी चुनौतियां बनी हुई हैं।”
उत्तर प्रदेश में माइक्रोफाइनेंस: ग्रामीण मजदूरों को नया सहारा
उत्तर प्रदेश, भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत में माइक्रोफाइनेंस सेक्टर का कुल लोन पोर्टफोलियो ₹4.33 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जिसमें 24.5% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश में यह वृद्धि विशेष रूप से ग्रामीण मजदूरों, छोटे किसानों और महिला उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण रही है, जो पारंपरिक बैंकों तक पहुंचने में असमर्थ हैं।
ग्रामीण मजदूरों के लिए माइक्रोफाइनेंस की भूमिका
माइक्रोफाइनेंस संस्थान (MFIs) ग्रामीण क्षेत्रों में उन लोगों को छोटे, बिना गारंटी वाले लोन प्रदान करते हैं, जिन्हें बैंकिंग सेवाएं आसानी से उपलब्ध नहीं होतीं। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में, जहां खेती और छोटे व्यवसाय आजीविका का मुख्य स्रोत हैं, ये लोन किसानों को बेहतर बीज, उर्वरक और पशुधन खरीदने में मदद कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, अयोध्या और वाराणसी जैसे जिलों में माइक्रोफाइनेंस के जरिए महिलाओं ने सिलाई, बुनाई और छोटे किराना स्टोर शुरू किए हैं, जिससे उनकी आय में 25% तक की वृद्धि हुई है।
नई लोन योजनाओं का प्रभाव
2022 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने माइक्रोफाइनेंस लोन की परिभाषा को संशोधित किया, जिसमें ₹3 लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवारों को बिना गारंटी के लोन को माइक्रोफाइनेंस लोन माना गया। इस बदलाव ने उत्तर प्रदेश में ग्रामीण मजदूरों के लिए लोन की उपलब्धता बढ़ाई है। ICICI Bank और Bank of India जैसे बैंक, साथ ही NBFC-MFIs जैसे Fusion Microfinance और Spandana Sphoorty, ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं। 2023 में, उत्तर प्रदेश सहित शीर्ष 10 राज्यों ने माइक्रोफाइनेंस के कुल पोर्टफोलियो का 85.2% हिस्सा कवर किया, जिसमें बिहार और उत्तर प्रदेश अग्रणी रहे।
महिलाओं पर विशेष ध्यान
माइक्रोफाइनेंस योजनाओं का एक बड़ा हिस्सा महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। भारत में 6 करोड़ से अधिक महिलाएं वर्तमान में छोटे, बिना गारंटी वाले लोन का लाभ उठा रही हैं, जिससे लगभग 30 करोड़ परिवार प्रभावित हुए हैं। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में, महिलाएं साड़ी बुनाई, डेयरी और छोटे रिटेल व्यवसाय शुरू करने के लिए इन लोनों का उपयोग कर रही हैं। उदाहरण के लिए, मध्य प्रदेश की चंद्रावती राजपूत ने Spandana Sphoorty से ₹30,000 का लोन लेकर डेयरी और कपड़ा व्यवसाय शुरू किया, जिससे उनकी मासिक आय ₹90,000 तक पहुंच गई।
चुनौतियां और जोखिम
हालांकि माइक्रोफाइनेंस ने ग्रामीण मजदूरों को सशक्त बनाया है, लेकिन कई चुनौतियां भी सामने आई हैं। अधिक कर्ज लेना (over-indebtedness) एक बड़ी समस्या है। Fusion Finance Ltd के अनुसार, कई नए ग्राहक अपनी चुकाने की क्षमता से अधिक लोन ले रहे हैं। इसके अलावा, वित्तीय साक्षरता की कमी के कारण कुछ उधारकर्ता गलत वित्तीय निर्णय लेते हैं, जिससे डिफॉल्ट का जोखिम बढ़ता है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में कर्ज के दबाव की खबरें सामने आई हैं, जहां उधारकर्ताओं पर कई लोनों का बोझ है।
RBI ने इस समस्या से निपटने के लिए नियम लागू किए हैं, जैसे कि मासिक आय का 50% से अधिक लोन चुकाने के लिए उपयोग न करने की शर्त। फिर भी, ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी, जैसे सड़क, बिजली और इंटरनेट, MFIs के लिए दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंच को कठिन बनाती है।
डिजिटल और फिनटेक का योगदान
डिजिटल तकनीक और फिनटेक का उपयोग माइक्रोफाइनेंस को और सुलभ बना रहा है। UPI, Aadhaar-लिंक्ड बैंकिंग और डिजिटल KYC ने प्रक्रियाओं को सरल किया है। उत्तर प्रदेश में कई MFIs अब AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके क्रेडिट मूल्यांकन और जोखिम प्रबंधन को बेहतर बना रहे हैं। इसके अलावा, सरकार की योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री जन धन योजना और MUDRA योजना ने माइक्रोफाइनेंस की पहुंच को और बढ़ाया है।
भविष्य की संभावनाएं
उत्तर प्रदेश में माइक्रोफाइनेंस का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन इसे टिकाऊ बनाने के लिए वित्तीय साक्षरता और जिम्मेदार उधार देने पर ध्यान देना होगा। ग्रामीण मजदूरों के लिए अनुकूलित वित्तीय उत्पाद, जैसे खेती और पशुपालन के लिए विशेष लोन, और महिलाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, इस क्षेत्र को और मजबूत कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख हाल के समाचारों, रिपोर्ट्स और विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है। जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है और वित्तीय सलाह के रूप में उपयोग नहीं की जानी चाहिए। कृपया लोन लेने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श करें।